सभी भक्तो को || जय महाराज ||
परम पूज्य गुरुदेव श्री अचुतानन्द जी महाराज को शत शत नमन परमात्मा के दर्शन की अनुभूति हमें गुरु के दर्शन मात्र से होती है एवं गुरु के सानिध्य में रहने से तो हमें परमात्मा की प्राप्ति भी हो जाती है।
हमें परमात्मा की प्राप्ति कराने वाला पवित्र दिवस यानि गुरु पूर्णिमा। गुरु की सेवा करने का यह पवन दिवस जिसका हमें एक वर्ष से इंतज़ार था ।
परमात्मा श्री कृष्णा के अंशावतार श्री मद माव मनोहर महाप्रभु ( मावजी महाराज ), बेणेश्वर के धरा पति को में प्रणाम करता हूँ।
मावजी महाराज के ९ वे वर्तमान उत्तराधिकारी परम वंदनीय श्री अचुतानन्द जी महाराज को प्रणाम करता हूँ।
प्रत्येक वर्ष की भाति इस वर्ष भी गुरु पूर्णिमा का महोत्सव बेणेश्वर धाम में आनंद उत्सव के साथ मनाया जायेगा।
मावजी महाराज ने श्री कृष्णा का अधूरा रास बेणेश्वर धाम में पूर्ण किया था उस दृश्य को याद कर साद सम्प्रदाय द्वार आज तक इस महारास का भव्य आयोजन गुरु पूर्णिमा के दिन किया जाता है। एवं पूज्य श्री अचुतानन्द जी महाराज को पालकी मे बैठकर उनका आशीर्वाद समस्त भक्तो को प्राप्त कराया जाता है। तन एवं मन को शुद्ध करने वाली वागड़ की गंगा , आदिवासियों का महाकुंभ सोम, माहि और जाखम नदियों का संगम आबूदर्रा में स्नान कर आनंद का अनुभव होता है।
आप भी पधारिये मावजी महाराज की रास स्थली बेणेश्वर धाम में एवं परमानंद को प्राप्त कीजिये
|| जय महाराज ||
लेखक : देवेन्द्र जे खासोर
निष्कलंक धाम शेषपुर